जौनपुर में 15 फर्जी फर्मों से साढ़े 42 करोड़ का कारोबार बिना प्रपत्र के सिर्फ कागजों पर चलता मिला नशे की दवाओँ का गोरखधंधा रांची की फर्म शैल...
जौनपुर में 15 फर्जी फर्मों से साढ़े 42 करोड़ का कारोबार
बिना प्रपत्र के सिर्फ कागजों पर चलता मिला नशे की दवाओँ का गोरखधंधा
रांची की फर्म शैली फार्मास्युटिकल्स ने जिले में बेंच डाले नशीले नकली कफ सिरप
रिपोर्ट वरिष्ठ पत्रकार इंद्रजीत मौर्या
जौनपुर। पूर्वी यूपी के जनपद जौनपुर में 15 फर्जी फर्मों के माध्यम से साढ़े 42 करोड़ के नकली और नशीली दवा के कारोबारियों के तार अंतरराष्ट्रीय गैंग से जुड़े होने के खुलासे के बाद से इस गिरोह से जुड़े लोगों में जबरदस्त हड़कंप मचा है। जिले के जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय के निर्देशन में पिछले एक सप्ताह से की गई जबरदस्त छापेमारी और सघन जांच पड़ताल के बाद से यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जिसमें
रांची की फर्म शैली फार्मास्युटिकल्स ने अकेले सिर्फ जौनपुर जैसे इस छोटे से शहर में करीब 19 लाख के नशीले कफ सिरप की बोतलों की सप्लाई
बेहद ही खौफनाक तरीके से जालसाजी करके आमजन के बीच खपा दिया।
इस पूरे खेल में जौनपुर के पूर्वांचल
एसोसिएट ढालगर टोला के साथ 12 दवा कारोबारी का नाम पूरी तरह से जुड़ गया है।
जिन्होंने वाराणसी के शुभम जायसवाल की फर्म के माध्यम से इस गोरखधंधे को अंजाम दिया। पिछले एक पखवाड़े से चली सघन जांच पड़ताल के बाद सभी 12
फर्मों की संलिप्तता पूरी तरह से सामने आ चुकी है।
इस संबंध में जिला औषधि निरीक्षक श्री पांडेय ने अपने दफ्तर में शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि रांची की फर्म शैली फार्मास्युटिकल्स से वाराणसी और जौनपुर की फर्म के फर्जी कागजातों के आधार पर इस नशीले कफ सिरप की करीब 19 लाख बोतलों की सप्लाई किया है।
इन्हें खपाने में जौनपुर की 12 फर्मो का नाम पूरी तरह से सामने आ चुका है। कुछ अन्य फर्म अभी भी जांच के दायरे में हैं। इन फर्मों की संलिप्तता भी पूरी तरह से सामने आ चुकी हैं।
फिलहाल मामला जो भी हो लेकिन प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की कोडीनयुक्त कफ सिरप व नारकोटिक श्रेणी की दवाओं की जांच के लिए चलाए जा रहे अभियान में जौनपुर के जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय की टीम ने जिस प्रकार चौंकाने वाले खुलासे किये हैं। उससे साफ जाहिर है कि दवा के नाम पर आम आदमी के जीवन का सौदा करने वाले इस पूरे गिरोह के कुछ और सरगना बहुत जल्द पुलिस के शिकंजे में आएंगे।
और भी कई फर्म में जांच के दायरे में
जौनपुर। जौनपुर जैसे इस शहर में पहली बार इतने बड़े फर्जीवाड़े और नशे की दवा के कारोबारियों का खुलासा हुआ है। क्योंकि जो 15 फर्मे अस्तित्व में ही नहीं हैं, उनसे अकेले जौनपुर जिले में 42,45 करोड़ का कारोबार हो रहा है। नकली और नशीली दवाओं का यह गैंग अंतर्राज्यीय स्तर पर कारोबार कर रहा है। ये टैक्स की चोरी करके सरकारी खजाने को भी चूना लगा रहे हैं।
जिला औसत निरीक्षक रजत कुमार पांडे ने बताया कि इन सभी फार्मो के खिलाफ नगर कोतवाली में प्रार्थना पत्र दे दिया गया है शीघ्र ही गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो जाएगा। इसके बाद और भी कई फर्मे जांच के दायरे में हैं।

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