*प्रसव के दौरान महिला से डिस्चार्ज कराने के नाम धन उगाही का आरोप* * मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजाकला का* जौनपुर ।प्राथमिक स्वास्थ्य...
*प्रसव के दौरान महिला से डिस्चार्ज कराने के नाम धन उगाही का आरोप*
*मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजाकला का*
जौनपुर।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजाकला में गुरुवार की शाम उस समय हड़कंप मच गया जब एक प्रसूता महिला के परिजनों ने स्टाफ नर्स पर सुविधा शुल्क के रूप में 2 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया।
ज्ञातव्य हो की आज़मगढ़ जनपद के दीदारगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत मीरअहमदपुर निवासी धीरेन्द्र गौतम की पत्नी माया गौतम (28) अपने मायके सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के कोठवार गांव,में रह रही थी। गुरुवार सुबह करीब 11 बजे उसे प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद परिजनों ने तत्काल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करंजाकला में भर्ती कराया।
ममाला तब बिगड़ा जब करंजाकला स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात स्टाफ नर्स माया ने एक स्वस्थ शिशु को जन्म दिया, और परिजनों ने उसे छुट्टी दिलाकर घर ले जाने की बात कही तो स्टाफ नर्स द्वारा दो हजार रुपये की मांग की गई।
इस दौरान परिजनों द्वारा मांग की गई धनराशि ना मिरने पर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार करते हुए उसे परिसर से बाहर जाने की बात कह दी गई। काफी मानमनुवल के बाद जैसे-तैसे परिजनों एक हजार रुपये दिए, तब जाकर छुट्टी की प्रक्रिया आगे बढ़ सकी।
परिजनों का आरोप है कि स्टाफ नर्स की ड्यूटी समाप्त होने के बाद करीब पांच घंटे तक कोई दूसरी नर्स नहीं आई, जिससे पीड़िता को ज़रूरी चिकित्सकीय देखरेख नहीं मिल सकी। इतना ही नहीं, डिलीवरी के बाद अस्पताल की ओर से दिया जाने वाला पौष्टिक आहार भी महिला को नहीं मिला—यहां तक कि चाय, ब्रेड या बिस्किट तक नहीं दिए गए।
इस मामले ने जननी सुरक्षा योजना की ज़मीनी हकीकत को उजागर कर दिया है। परिजनों ने उच्चाधिकारियों से मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है।उधर चिकित्साप्रभारी ने मामले को तोड़ मडोडकर मीडिया कर्मियों के सामने प्रस्तुत करने का प्रयास किया मामले जानकारी लेने के लिए जब मीडिया कर्मियों ने सवाल किया तो गुस्से से लाल पीले होते हुए कहा मरीज को कोई धनराशि की मांग नहीं की गई थी मरीज के परिजनों द्वारा जल्दी छुट्टी करने की मांग की गई थी जिसे डिस्चार्ज करके जच्चा बच्चा को परिजनों को सौंप दिया गया
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