अवैध नर्सिंग होम पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, प्रतीक नर्सिंग होम सील अन्य फर्जी अस्पतालों पर कब गिरेगी गाज? अनवर हुसैन जौनपुर सुजानगंज,जिले...
अवैध नर्सिंग होम पर प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, प्रतीक नर्सिंग होम सील अन्य फर्जी अस्पतालों पर कब गिरेगी गाज?
अनवर हुसैन
जौनपुर सुजानगंज,जिले में धड़ल्ले से संचालित हो रहे अवैध नर्सिंग होमों पर आखिरकार प्रशासन की नजर पड़ी है। शुक्रवार को सुजानगंज क्षेत्र के बेलवार बाजार में चल रहे प्रतीक नर्सिंग होम को बिना रजिस्ट्रेशन और मानकों के विपरीत संचालन के आरोप में सील कर दिया गया। यह कार्रवाई ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट मछलीशहर कुमार सौरभ के निर्देश पर की गई, जिसमें तहसीलदार रवी रंजन और सीएचसी सुजानगंज के चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेंद्र पाल भी मौजूद रहे।
जानकारी के मुताबिक, क्षेत्र की एक आशा कार्यकर्ता द्वारा स्वास्थ्य विभाग को लिखित शिकायत दी गई थी कि बेलवार बाजार में संचालित प्रतीक नर्सिंग होम बिना किसी वैध अनुमति और चिकित्सा अधोसंरचना के अवैध रूप से मरीजों का इलाज कर रहा है। जांच में शिकायत सही पाए जाने पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अस्पताल को ताला लगाकर सील कर दिया और वहां मौजूद मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुजानगंज स्थानांतरित कर दिया गया।
सूरज हॉस्पिटल में भी मिली अनियमितता
इसी क्रम में अधिकारियों ने सुजानगंज बाजार में बादशाहपुर रोड स्थित सूरज हॉस्पिटल का भी औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान हॉस्पिटल में न कोई डॉक्टर मिला और न ही कोई नर्सिंग स्टाफ, बल्कि सभी कमरे बंद पाए गए। यह स्पष्ट संकेत है कि हॉस्पिटल केवल कागजों पर संचालित हो रहा था या फिर अनियमित गतिविधियों में संलिप्त हो सकता है।
अवैध मिट्टी खनन पर भी सख्ती
अभियान के दौरान तहसीलदार रवी रंजन ने दीपकपुर गांव में अवैध रूप से मिट्टी लेकर जा रहे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को भी सीज कर दिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन अब अवैध गतिविधियों पर सख्ती से अंकुश लगाने के मूड में है।
जिले भर में चल रहे अवैध नर्सिंग होम्स पर कब होगी कार्रवाई?
इस कार्रवाई ने एक अहम सवाल खड़ा कर दिया है — क्या सिर्फ प्रतीक नर्सिंग होम ही अवैध है? जिले के विभिन्न हिस्सों में दर्जनों ऐसे निजी अस्पताल और नर्सिंग होम धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं, जिनके पास न पंजीकरण है, न प्रशिक्षित डॉक्टर, और न ही जीवन रक्षक सुविधाएं।
प्रशासन की यह कार्रवाई निश्चित रूप से एक साहसिक कदम है, लेकिन ज़रूरत इस बात की है कि इस मुहिम को जिले भर में विस्तार दिया जाए। स्वास्थ्य से जुड़ी लापरवाही किसी की जान ले सकती है, ऐसे में इन फर्जी अस्पतालों के खिलाफ जल्द और व्यापक अभियान चलाना समय की मांग है।
अब निगाहें प्रशासन पर टिकी हैं क्या बाकी अवैध अस्पतालों पर भी चलेगा बुलडोज़र?
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