48 घंटे बाद भी जफराबाद पुलिस के हाथ खाली, लूटकांड का नहीं हुआ खुलासा तामीर हसन शीबू जौनपुर , जफराबाद।जफराबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते बृहस...
48 घंटे बाद भी जफराबाद पुलिस के हाथ खाली, लूटकांड का नहीं हुआ खुलासा
जौनपुर, जफराबाद।जफराबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत बीते बृहस्पतिवार की रात हुए पिकअप मैक्स लूटकांड को लेकर पुलिस अब तक खाली हाथ है। लूट की वारदात को अंजाम दिए 48 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन स्कॉर्पियो सवार बदमाशों और लूटे गए वाहन का अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस की विफलता से जनमानस में आक्रोश है, वहीं आला अधिकारियों की चुप्पी भी कई सवाल खड़े कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जफराबाद कस्बे के बाईपास पर अज्ञात स्कॉर्पियो सवार बदमाशों ने एक पिकअप मैक्स वाहन को लूट लिया और मौके से फरार हो गए। वारदात के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए थे कि घटना का खुलासा 24 घंटे के भीतर किया जाए, अन्यथा संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
हालांकि 24 घंटे तो दूर, 48 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। न बदमाशों का कोई सुराग है और न ही लूटे गए वाहन का कोई पता चल पाया है। स्थानीय पत्रकारों ने दावा किया है कि थाना प्रभारी जफराबाद को ऊंचे राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर संरक्षण प्राप्त है, जिसके चलते उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
पुलिस की कार्यशैली पर उठी उंगलियां
इस घटना ने न केवल पुलिस की तत्परता पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि आमजन का भरोसा भी डगमगाया है। घटनास्थल से लेकर जांच प्रक्रिया तक, हर कदम पर पुलिस की निष्क्रियता और दिशाहीनता साफ नजर आ रही है।
क्या केवल चेतावनी देकर शांत हो जाएंगे अधिकारी?
लूटकांड के बाद यह अपेक्षा थी कि जिले के जिम्मेदार अधिकारी त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार करेंगे, लेकिन समय बीतने के साथ-साथ नतीजे शून्य रहे हैं। सवाल यह उठता है कि क्या उच्च अधिकारियों की चेतावनी सिर्फ औपचारिक थी? क्या जफराबाद थाना क्षेत्र में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे पुलिस से दो कदम आगे चल रहे हैं?
जनता कर रही है जवाब का इंतजार
स्थानीय जनता का कहना है कि यदि इसी तरह अपराधियों के हौसले बढ़ते रहे और पुलिस यूं ही खाली हाथ रही, तो क्षेत्र में अपराधियों का राज हो जाएगा। लोग अब यह जानना चाहते हैं कि आखिर जिले के आला अधिकारी कब तक "अवसर" देते रहेंगे और कब लूटकांड के दोषियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।
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