शाही अटाला मस्जिद में तरावीह की नमाज़ में मुकम्मल हुआ कुरआन, अमन और खुशहाली की मांगी गई दुआ तामीर हसन शीबू जौनपुर। माह-ए-रमजान की पाकीज़ा...
शाही अटाला मस्जिद
में तरावीह की नमाज़ में मुकम्मल हुआ कुरआन, अमन और खुशहाली की मांगी गई दुआ
तामीर हसन शीबू
जौनपुर। माह-ए-रमजान की पाकीज़ा रातों में इबादत का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में जौनपुर की ऐतिहासिक शाही अटाला मस्जिद में तरावीह की नमाज़ के दौरान कुरआन-ए-पाक मुकम्मल किया गया। इस मुबारक मौके पर मस्जिद में बड़ी तादाद में अकीदतमंद मौजूद रहे और इबादत में मशगूल नजर आए।
रमजान के इस खास मौके पर मस्जिद में रूहानी माहौल देखने को मिला। नमाजियों ने खुदा की बारगाह में सज्दा कर अपने गुनाहों की माफी मांगी और देश-दुनिया में अमन-चैन की दुआ की। नमाज़ के बाद मौलाना और मस्जिद के इमाम ने तमाम मुसलमानों की इबादत कुबूल होने और परेशान हाल लोगों की मुश्किलें दूर होने की इल्तिजा की।
इबादत और दुआओं का दौर रहा जारी
इस मौके पर उलेमा-ए-किराम ने रमजान की फज़ीलत पर रोशनी डालते हुए बताया कि यह महीना अल्लाह की रहमत और बरकत का महीना है। इस दौरान की गई इबादतें इंसान की जिंदगी में सुकून और बरकत लाती हैं। मस्जिद में इकट्ठा हुए नमाजियों ने अपने मुल्क की तरक्की, समाज में भाईचारे की मजबूती और गरीबों-मजलूमों के हक में दुआएं कीं।
शाही अटाला मस्जिद में हर साल रमजान के मौके पर इसी तरह कुरआन मुकम्मल किया जाता है और यह परंपरा सालों से चली आ रही है। इस खास मौके पर मस्जिद में रौशनी और सजावट का भी खास इंतजाम किया गया था।
नमाजियों ने मांगी दुआ:
तरावीह की नमाज़ में शिरकत करने आए एक अकीदतमंद ने कहा, "अल्लाह से यही दुआ है कि हमारी इबादत को कुबूल करे और दुनिया भर के तमाम परेशानहाल लोगों की मुश्किलें आसान करे।"
रमजान का यह पाक महीना खत्म होने के साथ ही ईद-उल-फितर का पर्व नजदीक आ रहा है, जिसके लिए लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है।
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