सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों के लिये देवदूत बने डा. आलोक यादव तामीर हसन शीबू जौनपुर एक ओर जहां बड़े-बड़े प्राइवेट अस्पताल में इलाज क...
सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों के लिये देवदूत बने डा. आलोक यादव
तामीर हसन शीबू
जौनपुर एक ओर जहां बड़े-बड़े प्राइवेट अस्पताल में इलाज कर मरीजों से मोटी रकम वसूली जाती है। मरीजों का आर्थिक शोषण किया जाता है। ऐसी दुर्घटना में लोग आपदा में अवसर की तलाश में रहते हैं।
वहीं दूसरी ओर बीते दिनों काशी से अयोध्या जा रही बस की जनपद में सड़क दुर्घटना हो गयी। जिसमें करीब 1 दर्जन लोगों की मौत हो गई जबकि 2 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये
घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से 11 लोग शहर के नईगंज स्थित दुर्गा सिटी हॉस्पिटल एण्ड ट्रामा सेन्टर में भर्ती हुए।
जानकारी होने पर दुर्गा सिटी हॉस्पिटल के वरिष्ठ हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डा. आलोक यादव ने पहुंचकर सभी 11 घायलों का निःशुल्क उपचार किया। साथ ही सभी घायलों के खाने-पीने, रहने सहित अन्य सुविधाएं दुर्गा सिटी हॉस्पिटल के माध्यम से निःशुल्क उपलब्ध कराया।
डा. आलोक यादव के इस कार्य की काफी सराहना हो रही है। वहीं डा. आलोक यादव के द्वारा स्वस्थ हुए सभी घायलों का कहना है कि समाज में मानवता की मिसाल कायम कर वरिष्ठ चिकित्सक डा. आलोक ने एक अच्छे समाजसेवी का फर्ज निभाया है। बता दें कि उक्त हॉस्पिटल में भर्ती हुए सभी घायल दिल्ली के निवासी बता जा रहे हैं
*निःशुल्क किया गया घायलों की जांच व इलाज*
बातचीत के दौरान हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डा. आलोक यादव ने बताया कि हमारे पास 10-11 मरीज एम्बुलेंस से आये और सभी मरीज काफी गम्भीर थे।
हमने सभी को एडमिट करके सीटी स्कैन, एक्स-रे आदि जांचें की और तुरन्त उनका प्राथमिक इलाज शुरु कर दिया। उक्त सभी मरीजों का जो भी जांच व इलाज हुआ है, वह अस्पताल की तरफ से निःशुल्क किया गया।
अगर देखा जाए तो उनके इलाज में तकरीबन डेढ़ से दो लाख रुपये का खर्च आया है लेकिन मरीजों से कोई भी पैसा नहीं लिया गया।
इसके बाद डा. आलोक यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में महाकुम्भ का आयोजन हो रहा है अगर बाहर से कोई लोग आये हुए हैं तो यहां से मुस्कुराते हुए जाएं। अगर किसी को भी मदद करने का मौका मिले उन्हें मदद जरूर करनी चाहिए।
*घायलों ने कहा, डा. आलोक हमारे लिए देवदूत बनकर आएं*
दुर्गा सिटी हॉस्पिटल में भर्ती सभी घायलों ने डा. आलोक यादव व उनके पूरे स्टाफ की सराहना की। उन्होंने बताया कि यहां पर हमारा अच्छे ढंग से निःशुल्क इलाज हुआ।
हमारा कोई पैसा नहीं लगा। जितना सोचा नहीं था उससे अधिक सुविधाएं मिली, वह भी निःशुल्क। डा. आलोक हमारे लिए देवदूत बनकर आएं। हॉस्पिटल के स्टॉफ ने भी काफी सहयोग किया।
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