विकास के नाम पर आंसू बहा रहा है नगर पंचायत केराकत जगह-जगह गढ्ढों में तब्दील नगर की सड़कें खोल रही है विकास की पोल एक साल बेमिसाल का झूठा नार...
विकास के नाम पर आंसू बहा रहा है नगर पंचायत केराकत
जगह-जगह गढ्ढों में तब्दील नगर की सड़कें खोल रही है विकास की पोल
एक साल बेमिसाल का झूठा नारा जन चर्चा में
अनवर हुसैन
जौनपुर। केराकत नगर पंचायत के मनमाने तुगलकी फरमान के विरुद्ध व्यापारी संगठनों और आम नागरिकों के विरोध का स्वर तेज होने लगा है। बताते चलें कि नगर क्षेत्र के आम नागरिकों की बिना सहमती और सन्तुष्टी के ही एक सोची समझी साजिश के तहत नगर वासियों पर नगर पंचायत द्वारा पेयजल, हाऊस और नाली के नाम पर मनमाने ढंग से कर थोपनें का कार्य कर जनता के प्रत्यक्ष शोषण का कार्य किया गया है। ( एक साल बेमिसाल ) का झुठा और खोखला नारा देकर अपने ही हाथों अपनी पीठ थपथपा नें का कार्य किया गया है। जबकि इससे विपरीत नगर में विकास से सम्बन्धित ऐसा कुछ भी कार्य नहीं हुआ है जिससे यह कहा जा सके किं नगर का विकास हुआ है। नगर के मुख्य मार्गों की सड़कें गढ्ढों में तब्दील हो चुकी है जगह-जगह केराकत पुराने चौराहे से लगाये नये चौराहे की सड़क जो तहसील मुख्यालय समेत नगर पंचायत कार्यालय से होकर गुजरता है। तेज बारिश में नये चौराहे से लेकर केराकत कोतवाली मुख्य गेट तक जरासी तेज बारिश होते ही घुटनों तक पानी लहरनें लगता है। नगर पंचायत अध्यक्ष आवास के सामने से होते पूर्व विधायक अशोक कुमार सोनकर के आवास व रामेश्वरघाट की तरफ जाने वाली गली सड़क नरहन स्थित शराब ठीके तक बदहाल स्थिति में है जिस पर वाहन क्या पैदल भी चलना दुश्वार राह है। पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष के आवास के मध्य लगभग 5 --7 मीटर के दायरे में सड़क गढ्ढों में बदल चुकी है। यानि कुल मिलाकर विकास के नाम पर शुन्य, ढाई साल बेमिशाल - इसी लिऐ हाउस टैक्स, नाली टैक्स और जलकर टैक्स लगाकर लोगों की फर्जी बिल भेज कर शोषण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। जिसे नगर के व्यापारी संगठन और जनता किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी। जिसे वापस या रद्द किऐ जाने तक तुगलकी नगर पंचायत के फरमान के खिलाफ विरोध जारी रहेगा।
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