मछलीशहर पड़ाव हादसा: नगर पालिका ने दो महीने पहले लगवाई थी जाली, चोरी ने छीनी तीन जिंदगियां करंट से तीन की मौत, लापरवाह दो अफसर निलंबित; परिज...
मछलीशहर पड़ाव हादसा: नगर पालिका ने दो महीने पहले लगवाई थी जाली, चोरी ने छीनी तीन जिंदगियां
करंट से तीन की मौत, लापरवाह दो अफसर निलंबित; परिजनों को मिलेगी 7.50-7.50 लाख की सहायता
तामीर हसन शीबू
जौनपुर। मछलीशहर पड़ाव पर रविवार शाम हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया। बारिश और जलजमाव के बीच करंट उतर जाने से विद्युत पोल की चपेट में आने से तीन लोगों की असमय मौत हो गई। हादसे के बाद से ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन नगर पालिका और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य में जुट गई। एक शव मौके से ही बरामद कर लिया गया था, जबकि शेष दो शवों को घंटों की अथक मशक्कत के बाद बाहर निकाला जा सका। पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिए गए।
लापरवाही पर दो अफसर निलंबित
जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने हादसे को बेहद गंभीर मानते हुए स्पष्ट कहा कि जनहानि जैसी घटनाओं में लापरवाह अधिकारियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में गठित त्रिस्तरीय जांच समिति ने रिपोर्ट सौंपी, जिसमें विद्युत विभाग के अवर अभियंता और नगर पालिका परिषद के अवर अभियंता की घोर लापरवाही पाई गई। दोनों अधिकारियों के निलंबन की संस्तुति की गई है।
परिजनों को मिलेगी आर्थिक मदद
डीएम ने विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता (एससी) को निर्देशित किया कि 24 घंटे के भीतर मृतकों के परिजनों को नियमानुसार 7.50-7.50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि प्रशासन की पहली जिम्मेदारी पीड़ित परिवारों तक हर संभव मदद पहुंचाना है।
नगर पालिका ने लगवाई थी जाली, चोरी से बिगड़ी स्थिति
नगर पालिका परिषद की ओर से बताया गया कि हादसे वाले स्थान पर करीब दो महीने पूर्व ही सुरक्षा के दृष्टिगत जाली लगवाई गई थी। लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने उसे चोरी कर लिया, जिससे खतरा बढ़ गया और आखिरकार यह दर्दनाक घटना घट गई।
नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने कहा कि परिषद लगातार जनहित में सुरक्षा इंतज़ाम करती रहती है, किंतु जाली चोरी हो जाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रहा। जिलाधिकारी ने भी अधिशासी अधिकारी की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि “अगर जाली चोरी न हुई होती तो यह हादसा टल सकता था। नगर पालिका ने समय रहते सजगता दिखाई थी।”
तीन मौतों से पूरे इलाके में मातम पसरा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जाली सुरक्षित रहती तो तीन मासूम जिंदगियां बच सकती थीं। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित परिवारों को पूरा न्याय दिलाया जाएगा।
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