शहर कांग्रेस में उठी नाराज़गी, अध्यक्ष आरिफ़ ख़ान के कामकाज पर सवाल तामीर हसन शीबू जौनपुर । शहर कांग्रेस कमेटी में सब कुछ सामान्य नहीं है। ...
शहर कांग्रेस में उठी नाराज़गी, अध्यक्ष आरिफ़ ख़ान के कामकाज पर सवाल
तामीर हसन शीबू
जौनपुर। शहर कांग्रेस कमेटी में सब कुछ सामान्य नहीं है। संगठन के भीतर ही शहर अध्यक्ष आरिफ़ ख़ान के कामकाज को लेकर असंतोष खुलकर सामने आने लगा है। पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता अब विरोध के मूड में दिखाई दे रहे हैं।
पदाधिकारियों का कहना है कि जब से आरिफ़ ख़ान ने शहर अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी संभाली है, तब से न तो संगठनात्मक गतिविधियों में कोई बढ़ोतरी हुई और न ही मासिक बैठकों का क्रम जारी रह सका। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि लगातार उपेक्षा के कारण शहर कांग्रेस की गतिविधियाँ ठप जैसी हो गई हैं।
कुछ वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का कहना है कि कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी में संगठन को सक्रिय रखने और कार्यकर्ताओं को जोड़कर रखने की परंपरा रही है, लेकिन पिछले कुछ समय से शहर इकाई में यह परंपरा टूटती नज़र आ रही है। उनका यह भी मानना है कि यदि समय रहते संगठनात्मक कार्यों को गति नहीं मिली, तो शहर कांग्रेस की पकड़ और भी कमज़ोर हो जाएगी।
विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जौनपुर शहर कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव ने भी इस्तीफ़ा देने का मन बना लिया है। माना जा रहा है कि ये सभी पदाधिकारी जल्द ही अपना इस्तीफ़ा सार्वजनिक करेंगे। हालाँकि उन्होंने यह साफ़ कर दिया है कि वे कांग्रेस पार्टी में बने रहेंगे और संगठन को मज़बूत करने की दिशा में काम करते रहेंगे, लेकिन शहर अध्यक्ष आरिफ़ ख़ान के नेतृत्व में अब काम करना उनके लिए संभव नहीं है।
इसी बीच पूर्व जिला उपाध्यक्ष नीरज राय ने भी अपनी फेसबुक वाल पर लिखा है कि "शहर कांग्रेस की गतिविधियाँ ठप हो चुकी हैं, संगठनात्मक बैठकें न होने से कार्यकर्ता हतोत्साहित हो रहे हैं।" नीरज राय की यह पोस्ट अब कार्यकर्ताओं के बीच चर्चा का विषय बन गई है। उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के चलते इस्तीफ़े की नौबत आ चुकी है। नीरज राय की इस फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी मौजूद है, जिसे पदाधिकारी अपने समर्थन में प्रमाण के रूप में दिखा रहे हैं।
सबसे अहम बात यह है कि कार्यकर्ताओं की नाराज़गी अब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तक भी पहुँचने लगी है। सूत्रों के मुताबिक, कई पदाधिकारियों ने जिला और प्रदेश स्तर के नेतृत्व को मौजूदा हालात से अवगत कराया है। इससे साफ है कि शहर इकाई में आरिफ़ ख़ान के नेतृत्व को लेकर विवाद और गहराने की आशंका है।
गौरतलब है कि आने वाले समय में पार्टी के भीतर चुनावी तैयारियाँ और जनसंपर्क अभियान की अहम ज़िम्मेदारी भी शहर कांग्रेस पर होगी। ऐसे में कार्यकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि नेतृत्व इस असंतोष को गंभीरता से लेकर सुधारात्मक कदम उठाएगा।
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