जफराबाद नगर पंचायत का 400 KVA ट्रांसफार्मर सालों से ख़राब नवरात्र में पंडालों पर अंधेरे का संकट जौनपुर जफराबाद। नगर पंचायत जफराबाद में वर...
जफराबाद नगर पंचायत का 400 KVA ट्रांसफार्मर सालों से ख़राब नवरात्र में पंडालों पर अंधेरे का संकट
जौनपुर जफराबाद। नगर पंचायत जफराबाद में वर्षों से ख़राब पड़ा 400 केवीए का ट्रांसफार्मर अब नवरात्र में बड़ी परेशानी खड़ी कर सकता है। स्थिति यह है कि जिस ट्रांसफार्मर को आपातकालीन हालात के लिए खरीदा गया था, वही खुद सालों से ठप पड़ा है। इस बात की जानकारी न तो नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि को है और न ही अधिशासी अधिकारी को।
नगर पंचायत में पूर्व अध्यक्ष प्रमोद बरनवाल ने विद्युत व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कई ट्रांसफार्मर खरीदे थे। उनमें से एक 400 केवीए का ट्रांसफार्मर ट्रॉली पर इसलिए रखा गया था कि आपातकाल में कहीं भी तुरंत ले जाकर बिजली आपूर्ति बहाल की जा सके। लेकिन अब वही ट्रांसफार्मर कब से खराब पड़ा है, किसी जिम्मेदार को जानकारी नहीं है।
जब इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि से संपर्क किया गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जताते हुए ईओ से बात करने की सलाह दी। ईओ साहब से पूछे जाने पर उन्होंने भी साफ कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
नवरात्र में पंडालों पर अतिरिक्त लोड बढ़ने की आशंका है। अगर इस दौरान कोई ट्रांसफार्मर जल जाता है तो आपात स्थिति में लगाए जाने वाला ट्रांसफार्मर पहले से ही बेकार पड़ा है। ऐसे में पंडालों का अंधेरे में डूबना लगभग तय माना जा रहा है।
विद्युत विभाग के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “अगर नवरात्र में कोई ट्रांसफार्मर जलता है तो उसकी जिम्मेदारी विभाग की नहीं होगी, क्योंकि हमारे पास इमरजेंसी में इस्तेमाल करने लायक कोई ट्रांसफार्मर मौजूद ही नहीं है।”
स्थानीय लोगों में इस लापरवाही को लेकर गुस्सा है। मोहल्ले के निवासी अमित पांडेय ने कहा, “नवरात्र में पंडालों की रोशनी और व्यवस्था का सभी इंतजार करते हैं, लेकिन नगर पंचायत की उदासीनता से श्रद्धालुओं की आस्था पर पानी फिर सकता है।” वहीं व्यापारी अनिल गुप्ता ने कहा, “करोड़ों रुपये के बजट के बावजूद अगर नगर पंचायत इमरजेंसी ट्रांसफार्मर तक सही नहीं रख पा रही तो यह सीधी-सीधी लापरवाही है। अगर अंधेरे में कोई हादसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?”
लोगों का कहना है कि तत्काल इस ट्रांसफार्मर की मरम्मत कराई जाए और नवरात्र के पहले बिजली व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए, वरना आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ेगा।
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