प्रधान ने अधिकारियो के सामने जलाया मास्टर रोल अनवर हुसैन जौनपुर। मड़ियाहूं विकासखंड कार्यालय कमीशन खोरी एवं दलालों का अड्डा बन चुका है। क...
प्रधान ने अधिकारियो के सामने जलाया मास्टर रोल
अनवर हुसैन
जौनपुर। मड़ियाहूं विकासखंड कार्यालय कमीशन खोरी एवं दलालों का अड्डा बन चुका है। कमीशन खोरी से उत्पीड़ित होकर प्रधान ने अपनी मास्टर रोल की फाइल जला दिया है। मामला विकासखंड मड़ियाहूं का है। जहां खंड विकास अधिकारी द्वारा लगातार अत्यधिक मात्रा में कमीशन मांगे जाने का विरोध प्रधान द्वारा करना महंगा पड़ा। जिसके लिए कमीशन नहीं देने पर प्रधान के द्वारा कराए गए मनरेगा कार्य के मास्टर रोल को जीरो कर दिया गया।
मड़ियाहूं विकासखंड के कुतुबपुर ग्राम का मामला बुधवार को ब्लॉक परिसर उस समय गरमा गया जब ग्राम प्रधान अमित सिंह ने अपनी मास्टर रोल के सारे फाइल में माचिस की तीली जलाकर फाइलों में आग लगा दिया। कमीशन खोरी का यह नजारा ब्लॉक स्थापना के बाद से पहली बार ब्लॉक परिसर में जुटे लोगों ने देखा।
बताते हैं कि मड़ियाहूं विकासखंड कार्यालय पर गांव में प्रधान द्वारा कार्य करने पर बिना कमीशन दिए कोई भी मास्टर रोल नहीं बनाया जाता है। अगर कमीशन नहीं दिया जाता तो काम को जीरो बता दिया जाता है और प्रधान ब्लॉक पर अपनी एड़ी घिसता रहता है लेकिन काम होने को कौन कहे पूरे कागज से ही नामोनिशान मिटा दिया जाता है।
ऐसा ही मामला कुतुबपुर गांव में देखने को मिल रहा है। यहां के ग्राम प्रधान अमित सिंह की माना जाए तो ब्लॉक कार्यालय पर चपरासी से लेकर बाबू, संतरी से लेकर अधिकारी, यहां तक की संविदा पर तैनात कर्मचारी सबका कमीशन बंधा हुआ है। गांव में काम करवाने से पहले कमीशन देना पड़ता है जो कमीशन नही पहुंचा पाता उसके मास्टर रोल को ही जीरो कर दिया जाता हैं। आरोप है कि विकासखंड कार्यालय पर कमीशन खोरी का मानक इस प्रकार है जिसमें खंड विकास अधिकारी 10 प्रतिशत कमीशन, कुछ मानदेय पर तैनात कर्मचारी 2 प्रतिशत, जेई और एपीओ 2 से 6 प्रतिशत कमीशन मांगते है। गांव में चाहे काम आप जितना अच्छा किए हो जिसके पास कमीशन देने के लिए नहीं होता उनको चिन्हित करके मास्टर रोल जीरो कर दिया जाता हैं। जिसके कारण मड़ियांहू ब्लॉक भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका हैं।
कारण मड़ियांहू ब्लॉक भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका हैं।बुधवार को ग्राम प्रधान अमित सिंह को उनके द्वारा कराए गए कार्य की मास्टर रोल को जीरो करने की जानकारी हुई तो वह ब्लॉक पर फाइलों समेत पहुंचकर आपरेटर से पूछा की मास्टर रोल जीरो क्यों हो गया तो वो बताने लगा कि हमको नहीं पता। आनाकानी करते हुए आपरेटर बताया कि शासनादेश है कि 9 दिन के बाद मास्टर रोल जीरो हो जाता है। तब प्रधान ने कहा कि समय रहते कार्य को क्यों नहीं किया गया तो कर्मचारी इधर-उधर घूमाने लगा। जिससे गुस्साए ग्राम प्रधान ने मास्टर रोल के सारे फाइलों को ब्लॉक परिसर में ही कर्मचारियों के सामने आग के हवाले कर जला दिया। इस संबंध में ग्राम प्रधान अमित सिंह ने बताया कि भाजपा सरकार चाहे जितनी भी भ्रष्टाचार खत्म करने की दावे कर ले लेकिन मड़ियाहू ब्लॉक पर तैनात वीडियो, एपीओ से लेकर पूरी तंत्र भ्रष्टाचार की आकंठ में डूबा हुआ है बिना कमीशन दिए कोई भी कार्य, कोई प्रधान नहीं करा पा रहा है। जो प्रधान कमीशन नहीं देता वह मेरे जैसा ही हाल हो जाता है।
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